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MOHIT LANJHEWAR COM

Computer Functions

CHAPTER 03

COMPUTER FUNCTIONS 

कंप्यूटर फंक्शन





इस अध्याय में हम MS-Windows के दूसरे क्लास के अंतर्गत डेस्कटॉप और आइकन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

इस अध्याय का महत्व इसलिए है क्योंकि यह कंप्यूटर की मूलभूत संरचना और कार्यक्षमता को समझने में मदद करता है, जो हर उपयोगकर्ता के लिए आवश्यक है। 

1. डेस्कटॉप Desktop

विषय: डेस्कटॉप और आइकन का परिचय

परिचय

डेस्कटॉप, जिसे हम स्क्रीन के आयताकार क्षेत्र के रूप में समझते हैं, कंप्यूटर का वह प्रारंभिक दृश्य (Scene) होता है, जिसमें हम विभिन्न कार्यों को आरंभ करते हैं। इसके साथ ही, आइकन, जो छोटे ग्राफिकल चित्र होते हैं, उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रोग्राम और फाइल्स तक त्वरित पहुँच (Immediately Access)  प्रदान करते हैं। 

1. डेस्कटॉप की परिभाषा

  • डेस्कटॉप को हम कंप्यूटर की स्क्रीन के एक आयताकार क्षेत्र के रूप में परिभाषित कर सकते हैं, जो कंप्यूटर स्टार्ट करने पर सबसे पहले दिखाई देता है।
  • यह वह जगह है जहाँ उपयोगकर्ता विभिन्न आइकन देखता है और अपने कार्यों को प्रारंभ करता है । 

2. आइकन का परिचय

  • आइकन छोटे ग्राफिकल चित्र होते हैं, जो डेस्कटॉप पर दिखाई देते हैं।
  • आइकन के चार प्रमुख प्रकार हैं:
    • सिस्टम आइकन: यह ऑटोमेटिकली लोड होते हैं जब ऑपरेटिंग सिस्टम चालू होता है, जैसे कि Recycle Bin और Control Panel
    • प्रोग्राम आइकन: यह किसी एप्लीकेशन का आइकन होता है, जैसे कि MS Word और MS Excel
    • डॉक्यूमेंट आइकन: किसी प्रोग्राम द्वारा बनाए गए फाइल को दर्शाते हैं।
    • फोल्डर आइकन: यह उन फाइलों को संग्रहीत करने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि ऑडियो, वीडियो, और फोटो।

3. आइकन के प्रकारों का विवरण

3.1. सिस्टम आइकन

  • सिस्टम आइकन वे आइकन हैं जो कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आते हैं और यह स्वयं लोड होते हैं। उदाहरण के लिए:
    • Recycle Bin: यह वह स्थान है जहाँ हटाए गए फाइलों को अस्थायी रूप से रखा जाता है।
    • Control Panel: यह सेटिंग्स को समायोजित करने का स्थान है।

3.2. प्रोग्राम आइकन

  • प्रोग्राम आइकन किसी एप्लीकेशन से संबंधित होते हैं। उदाहरणों में शामिल हैं:
    • MS Word: दस्तावेज़ बनाने के लिए।
    • MS Excel: डेटा को टेबल में व्यवस्थित करने के लिए।

3.3. डॉक्यूमेंट आइकन

  • डॉक्यूमेंट आइकन किसी विशिष्ट प्रोग्राम द्वारा बनाए गए फाइलों को दर्शाते हैं, जैसे कि:
    • वर्ड दस्तावेज़ जिसे .docx के रूप में सेव किया गया है।

3.4. फोल्डर आइकन

  • फोल्डर आइकन उन स्थानों को दर्शाते हैं जहाँ विभिन्न प्रकार की फाइलों को संग्रहीत किया जा सकता है।
  • डिफ़ॉल्ट रंग: फोल्डर का रंग सामान्यतः पीला होता है।

4. कार्यात्मकताएँ और अन्य तत्व

  • टास्कबार वह पट्टी होती है जो स्क्रीन के नीचे होती है और उपयोगकर्ता को विभिन्न एप्लीकेशन को प्रबंधित करने की अनुमति देती है।
  • स्टार्ट मेनू: यह विंडोज की एक महत्वपूर्ण विशेषता है, जहाँ से उपयोगकर्ता विभिन्न प्रोग्राम्स और सेटिंग्स तक पहुंच सकते हैं।
  • घड़ी और नेटवर्क स्थिति: टास्कबार में दिखाई देती है, जिससे उपयोगकर्ता समय देख सकते हैं और नेटवर्क कनेक्शन की स्थिति जान सकते हैं।

5. निष्कर्ष

इस अध्याय में, हमने डेस्कटॉप और आइकन की मूल बातें समझीं, जो कंप्यूटर के उपयोग में महत्वपूर्ण हैं। डेस्कटॉप एक प्रारंभिक प्लेटफॉर्म है, जहाँ से सभी कार्य आरंभ होते हैं। आइकन, विभिन्न प्रकारों में, उपयोगकर्ताओं को आवश्यक प्रोग्राम्स और फाइल्स तक त्वरित पहुँच प्रदान करते हैं। इन तत्वों का ज्ञान न केवल उपयोग में सहायक है, बल्कि यह कंप्यूटर के समग्र कार्य में दक्षता को बढ़ाता है।

इस प्रकार, डेस्कटॉप और आइकन का ज्ञान सभी कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं के लिए आवश्यक है, ताकि वे अपने कार्यों को अधिक प्रभावी और कुशलता से कर सकें।


  1.  Windows  7 Desktops 







  2.   Windows 11 Desktop 








अगर कोई ऐसा प्रोग्राम है जिसे आप बार-बार यूस करते हैं तो आप भी उसका डेस्कटॉप स्क्रीन में ऐसे ही शॉर्टकट क्रिएट कर सकते हैं ताकि जब आपको उसकी जरूरत पड़े तो आप उसका जल्दी से यूज कर पाए

अगर आप चाहे तो डेस्कटॉप स्क्रीन से इन प्रोग्राम आइकंस को डिलीट भी कर सकते हैं या फिर किसी नए आइकन को यहां ला भी सकते है

टास्कबार  अब हम डेस्कटॉप स्क्रीन के बॉटम में मौजूद इस बार की बात करते हैं यह बार लेफ्ट साइड से राइट साइड तक के एरिया मे आपको दिखाई देता है इसे टास्कबार कहते है

टास्क बार: विंडोज़ डेस्कटॉप पर एक महत्वपूर्ण उपकरण

परिचय

इस अध्याय में हम टास्क बार के बारे में जानेंगे, जो विंडोज़ डेस्कटॉप स्क्रीन के निचले हिस्से में स्थित एक महत्वपूर्ण घटक है। टास्क बार में कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं, जैसे स्टार्ट मेन्यू बटनसर्च बारटास्क व्यू बटनक्विक लॉन्च एरिया, और नोटिफिकेशन एरिया। टास्क बार का उपयोग करके उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर के एप्लिकेशन्स, सेटिंग्स, और फाइल्स तक आसानी से पहुँच सकते हैं। यह अध्याय टास्क बार के विभिन्न तत्वों और उनके कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करेगा, जो न केवल कंप्यूटर का उपयोग करने में सहायक है, बल्कि उपयोगकर्ता की उत्पादकता को भी बढ़ाता है।

टास्क बार के मुख्य तत्व

1. स्टार्ट बटन

  • स्थान: टास्क बार के सबसे बाएं हिस्से में स्थित।
  • कार्य: विंडो लोगो के समान दिखता है। इस पर क्लिक करने से स्टार्ट मेन्यू खुलता है, जहाँ से उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर के सभी एप्लिकेशन्स, सेटिंग्स, और फाइल्स तक पहुँच सकता है।
  • वैकल्पिक तरीका: कीबोर्ड में विंडो लोगो की दबाकर भी इसे खोला जा सकता है।
  • पावर बटन: इसके साथ ही पावर बटन भी होता है, जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर को शटडाउनस्लीप, या रीस्टार्ट कर सकता है।

2. सर्च बार

  • स्थान: स्टार्ट बटन के ठीक बगल में।
  • कार्य: उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर में मौजूद एप्लिकेशन्स, फाइल्स, और सेटिंग्स को खोजने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता है।

3. टास्क व्यू बटन

  • स्थान: सर्च बार के पास।
  • कार्य: इस बटन पर क्लिक करके उपयोगकर्ता वर्तमान में खुली सभी विंडोज़ को देख सकता है और उनके बीच स्विच कर सकता है। यहाँ से नया डेस्कटॉप भी जोड़ा जा सकता है।

4. क्विक लॉन्च एरिया

  • स्थान: टास्क बार का वह स्थान जहाँ अक्सर उपयोग किए जाने वाले एप्लिकेशन्स के आइकन्स होते हैं।
  • कार्य: उपयोगकर्ता अपने पसंदीदा एप्स को पिन कर सकता है और डिफॉल्ट पिनेट एप्स को अनपिन कर सकता है, जिससे बार-बार उपयोग किए जाने वाले एप्स तक त्वरित पहुँच संभव होती है।

5. नोटिफिकेशन एरिया

  • स्थान: टास्क बार के दाहिनी ओर।
  • भिन्न तत्व:
    • डेस्क बैंड्स: यहाँ डेस्क बैंड्स आइकन होता है, जिस पर क्लिक करके हिडेन प्रोग्राम्स देखे जा सकते हैं।
    • बैटरी: बैटरी का स्टेटस और रिमेनिंग टाइम दिखाने के लिए बैटरी आइकन होता है।
    • नेटवर्क कनेक्टिविटी: इंटरनेट आइकन जिसका उपयोग Wi-Fi कनेक्शन्स को प्रबंधित करने के लिए किया जाता है।
    • स्पीकर और साउंड: वॉल्यूम बढ़ाने और घटाने के लिए एक आइकन।
    • इनपुट मेथड: कीबोर्ड की इनपुट लैंग्वेज को बदलने का विकल्प।
    • डेट एंड टाइम: वर्तमान तिथि और समय को दर्शाता है।
    • नोटिफिकेशन: इनकमिंग नोटिफिकेशंस और वार्निंग्स देखने का विकल्प।

टास्क बार के अनुकूलन के तरीके

उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकताओं के अनुसार टास्क बार को अनुकूलित कर सकता है। इसमें शामिल हैं:

  • पिनिंग एप्स: बार-बार उपयोग किए जाने वाले एप्स को पिन करना।
  • अनपिनिंग एप्स: कम उपयोगी एप्स को अनपिन करना।
  • शो या हाइड बटन: दिखाई देने वाले बटन्स को शो या हाइड करना।
  • रंग और एलाइनमेंट: टास्क बार का रंग और एलाइनमेंट बदलना।

इन अनुकूलन विकल्पों से उपयोगकर्ता टास्क बार को अपनी पसंद के अनुसार ढाल सकता है, जिससे कार्यप्रदर्शन में सुधार होता है।

निष्कर्ष

इस अध्याय में हमने टास्क बार की संरचना और उसके विभिन्न घटकों का विस्तार से अध्ययन किया। यह न केवल उपयोगकर्ता की उत्पादकता को बढ़ाता है, बल्कि उनकी कार्यप्रणाली को भी अधिक सहज बनाता है। टास्क बार के विभिन्न तत्वों जैसे स्टार्ट बटनसर्च बार, और नोटिफिकेशन एरिया का सही उपयोग करके, उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर के साथ अधिक प्रभावी ढंग से इंटरैक्ट कर सकते हैं।

अंततः, टास्क बार एक आवश्यक उपकरण है जो विंडोज़ उपयोगकर्ताओं के लिए कार्यप्रणाली को सरल और सुविधाजनक बनाता है। इसका सही उपयोग और अनुकूलन करना, किसी भी उपयोगकर्ता के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने डिजिटल अनुभव को अधिकतम कर सकें।

Window 7 Taskbar



हैं इसमें आप देख सकते हैं कई सारे आइकंस हैं आपकों इसमे एक विंडो आइकन भी  दिखाई देगा इसे स्टार्ट बटन कहते हैं

 

 

WINDOWS 10 यहां आपको न्यू डेस्कटॉप का एक ऑप्शन भी दिखाई दे रहा होगा अगर हम इस पर क्लिक करते हैं तो यहां पर हमें डेस्कटॉप 1 और एक न्यू डेस्कटॉप का ऑप्शन दिखाई देगा अगर हम इस पर क्लिक करते हैं तो अब आप दो डेस्कटॉप पर अलग-अलग टास्क परफॉर्म कर सकते हैं

 

स्टार्ट मेनू  टास्कबार मे आपको एक विंडो आइकन दिखाई देगा इसे स्टार्ट बटन कहते हैं और जिसमें अगर आप लेफ्ट क्लिक करेंगे तो आपके सामने स्टार्ट मेनू ओपन हो जाएगा अगर आप वापस स्टार्ट बटन के ऊपर क्लिक करते हैं तो यह स्टार्ट मेनू क्लोस हो जाता है इसके अलावा अगर आप अपने कीबोर्ड में मौजूद विंडोज की दबाएगे तो भी स्टार्ट मेनू ओपन हो जाएगा और वापस से वही की दबाएगे तो यह क्लोज भी हो जाएगा


कंप्यूटर के लिए बेसिक कोर्स: स्टार्ट मेन्यू ऑप्शन का परिचय

परिचय

इस अध्याय का मुख्य विषय है स्टार्ट मेन्यू ऑप्शन, जो कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसा विकल्प है जिसमें विभिन्न टूलबार्सऑप्शंस, और उपयोगी ट्रिक्स शामिल हैं। स्टार्ट मेन्यू का सही उपयोग करने से कंप्यूटर की कार्यक्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इस अध्याय में, हम स्टार्ट मेन्यू के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे, जिसमें डॉक्यूमेंट्सइमेजेजसेटिंग्स, और पावर ऑप्शंस शामिल हैं।

स्टार्ट मेन्यू का परिचय

  • जब उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर टास्क बार के नीचे स्थित स्टार्ट बटन पर क्लिक करते हैं, तो विभिन्न विकल्प प्रदर्शित होते हैं।
  • पहले विकल्प के रूप में ईसीसी एजुकेशन नामक संगठन का नाम दिखाई देता है, इसके बाद उपयोगकर्ता को डॉक्यूमेंट्स का विकल्प मिलता है।
    • डॉक्यूमेंट्स पर क्लिक करने से उपयोगकर्ता सीधे उस सेक्शन में पहुँच जाता है, जैसा कि पिछले वीडियो में फाइल मैनेजर में बताया गया था।

मुख्य विकल्पों का विवरण

पिक्चर्स और सेटिंग्स

  • अगला विकल्प है पिक्चर्स, जो उपयोगकर्ताओं को उनकी पिक्चर लाइब्रेरी में पहुँचाता है।
  • इसके बाद, सेटिंग्स का विकल्प है, जहां उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर के विभिन्न सिस्टम डिवाइस और अन्य संबंधित सेटिंग्स को प्रबंधित कर सकते हैं।

पावर ऑप्शंस

  • पावर ऑप्शन पर क्लिक करने से तीन मुख्य विकल्प मिलते हैं:
    1. स्लिप: उपयोगकर्ता के कंप्यूटर को ऊर्जा बचाने के लिए स्लिप मोड में भेजता है, जिससे केवल कीबोर्ड का बटन दबाने पर वह सक्रिय हो जाता है।
    2. शटडाउन: यह विकल्प कंप्यूटर को पूरी तरह से बंद करने के लिए है।
    3. रीस्टार्ट: यह कंप्यूटर को पुनः चालू करने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि फोन में हैंग होने पर किया जाता है।

एप्लिकेशंस और शॉर्टकट्स

  • स्टार्ट मेन्यू में सभी इंस्टॉल्ड एप्लिकेशंस की सूची होती है।
  • यदि उपयोगकर्ता किसी विशेष एप्लिकेशन को खोजना चाहता है, तो वह हैश ऑप्शन पर क्लिक करके उसे अल्फाबेटिक ऑर्डर में देख सकता है।
  • उपयोगकर्ता पिन टू स्टार्ट विकल्प का उपयोग करके अपने पसंदीदा एप्लिकेशंस को स्टार्ट मेन्यू में शॉर्टकट के रूप में जोड़ सकता है।

सर्च ऑप्शन का महत्व

  • यदि उपयोगकर्ता को किसी एप्लिकेशन या फाइल को ढूंढने में कठिनाई होती है, तो वह टाइप हेयर टू सर्च विकल्प का उपयोग कर सकता है।
  • उदाहरण के लिए, यदि उपयोगकर्ता “पेन” टाइप करता है, तो उसे संबंधित एप्लिकेशंस और फाइलों की सूची प्राप्त होती है।

उदाहरण और केस स्टडीज

  • एक उपयोगकर्ता को अपने मित्र द्वारा भेजी गई फाइल को खोजने के लिए सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल करना पड़ सकता है, अगर उसे यह नहीं पता कि फाइल किस स्थान पर है।
  • उपयोगकर्ता को “आकाश” नामक फाइल की खोज करने पर उसकी लोकेशन का पता चल सकता है, जिससे वह आसानी से उस फाइल तक पहुँच सकता है।

निष्कर्ष

इस अध्याय ने हमें स्टार्ट मेन्यू ऑप्शन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद की है। स्टार्ट मेन्यू न केवल उपयोगकर्ताओं को उनके आवश्यक टूल्स और एप्लिकेशंस तक पहुँचाने में मदद करता है, बल्कि यह उन्हें अपने कंप्यूटर के संचालन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक सेटिंग्स और ऑप्शंस भी प्रदान करता है। यह ज्ञान उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर के कार्यों को सहजता से निभाने में सहायता करेगा।

उपयोगकर्ताओं को चाहिए कि वे इस जानकारी का अधिकतम लाभ उठाएँ और अपने सहपाठियों को भी इस कोर्स में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। इससे न केवल उनकी जानकारी में वृद्धि होगी, बल्कि वे कंप्यूटर के उपयोग में भी अधिक कुशल बनेंगे।


    Windows 11 Start Menu    



अगर आप इसमें क्लिक करेंगे तो आपको कुछ इस तरह के ऑप्शंस शो होंगे जिसमें सबसे नीचे सर्च बार दिखाई देगा इसका उपयोग आप अपने पीसी में मौजूद किसी ऐप्स फोल्डर फाइल्स डाक्यूमेंट्स सेटिंग्स और एवं इंटरनेट से रिजल्ट्स प्राप्त करने के लिए कर सकते है इसके जस्ट ऊपर आपको आल प्रोग्राम्स दिखाई देगा जिसपे क्लिक करके आप आपने कंप्युटर मे स्थापित सभी प्रोग्राम्स को देख एव यूज कर सकते है सर्च बार के जस्ट साइड मे पावर बटन दिखाई देगा जिसमे क्लिक करके कंप्युटर को शट्डाउन किया जा सकता है व इसी के साइड मे पावर ऑप्शन बटन दी गई है जिसमे क्लिक करने पर सबसे ऊपर स्लीप मोड है दिखाई देता है  अगर आप इसमें क्लिक करेंगे तो आपकी डिस्प्ले टर्न ऑफ हो जाएगी इसे लो पावर मोड भी कहते हैं जिसमें आपका पीसी बहुत काम पावर यूज करता है इसका उपयोग जब हम पीसी का यूज कुछ समय के लिए नहीं कर रहे हो तब किया जाता है  पीसी को स्लीप मोड से वेक अप बोर्ड में लाने के लिए कीबोर्ड में कोई भी की दबाया आपकी डिस्प्ले कुछ ही सेकेंड्स में टर्न ऑन हो जाएगी और आप वही पहुंच जाएंगे जहां आपने छोड़ा था दूसरा ऑप्शन शट्डाउन का है जिसमें अगर आप क्लिक करते हैं तो आपका कंप्यूटर टर्न ऑफ हो जाता है तीसरा विकल्प है रीस्टार्ट का अगर आप इस पर क्लिक करेंगे तो आपका कंप्युटर बंद होकर दोबारा चालू हो जाएगा

कंप्यूटर बंद या रीस्टार्ट करने से पहले आपका जो भी डाटा है उसे सेव कर लेना चाहिए  क्योंकि जब आप कंप्युटर बंद या रीस्टार्ट पर क्लिक करते हैं तो आपके जो भी ओपन ऐप्स होते हैं वह सब क्लोज हो जाते हैं ओर आपका बदलाव किया गया डाटा सेव नहीं होता है

सर्च बार के ऊपर सभी पिन किए गए प्रोग्राम्स एवं आपके सभी रिसेन्ट ओपन प्रोग्राम्स की लिस्ट दिखाई देगी इसके अलावा आपने पिछले कुछ दिनों किन-किन प्रोग्राम को ओपन किया था वह भी आपको यह दिखाई देगे साथ ही जिन प्रोग्राम्स को आप बार-बार यूज करते हैं उन्हें आप यहां पिन भी कर सकते हैं और पहले से पिन ऐप्स को लॉन्च भी कर सकते है

इसी के साइड मे कुछ शॉर्टकट नेम भी दिए हुए रहते है जिसमे क्लिक करके आप उन्हे लांच कर सकते है

नोटिफ़िकेसन एरिया  यह आपके डेस्कटॉप मे कोनेर मे पाया जाता है इसमे आपको डेट-टाइम; इंटरनेट; बैटरी; साउन्ड; एयरप्लेन मोड; डेस्कटॉप बटन; इत्यादि ऑप्शन दिखाई देते है

1. ऑप्शन   बैटरी आपकी बैटरी कितने परसेंट चार्ज है इसके अलावा अगर आपने अपने पीसी को पावर से कनेक्ट किया है तो आप यहां पर चार्जिंग स्टेटस भी देख पाएंगे की आपकी बैटरी चार्ज हो रही है या नहीं या कितने परसेंट चार्ज हो चुकी है

2. ऑप्शन   इंटरनेट  यह नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्शन के लिए होता है जैसे ही आप इस पर क्लिक करेंगे आपको सबसे पहले वाई-फ़ाई का ऑप्शन दिखाई देगा अगर आप अपने पीसी को वाईफाई से कनेक्ट करके इंटरनेट एक्सेस करना चाहते है उसके लिए आप वाई-फ़ाई कनेक्ट पर क्लिक करें अब जैसे ही आप यहां पर क्लिक करेंगे आप देख पाएंगे यह जो वाई-फ़ाई  का बॉक्स है यह ब्लू कलर में बदल गया है अब आप ऊपर देख पाएंगे यहां हमको वाई-फ़ाई कनेक्शन शो होने लगगे इससे कनेक्ट करने के लिए हमें इस पर क्लिक करना है उसके बाद कनेक्ट पर क्लिक करना है अब यहां पर आपको उस वाई-फ़ाई की नेटवर्क सिक्योरिटी डालना है और उसके बाद नेक्स्ट पर क्लिक करना है आप देख सकते हैं अब यहां पर शो हो रहा है कनेक्टेड सिक्योर्ड तो हम इस वाई-फ़ाई  कनेक्शन से सक्सेसफुली कनेक्टेड हो चुके हैं और अब हम अपनी पीसी में इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं

3. ऑप्शन एयरप्लेन मोड   इस पर क्लिक करके आप एयरप्लेन मोड को इनेबल और डिसएबल कर सकते हैं

4. ऑप्शन मोबाइल हॉटस्पॉट      अगर आप दूसरी डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट करना चाहते हैं पीसी के थ्रू तो आप इस ऑप्शन को ऑन कर सकते

5. ऑप्शन साउन्ड  वॉल्यूम को यहां से काम या ज्यादा कर सकते हैं और स्पीकर को अगर आपने म्यूट करना है तो भी आप यहां से इस बटन पर क्लिक करके उसे म्यूट या म्यूट कर सकते हैं

6. ऑप्शन कीबोर्ड  आप देख सकगे की करेंट मे यहां पर इंग्लिश इंडिया कीबोर्ड लेआउट सिलेक्ट होता है अगर आप चाहे तो इस कीबोर्ड लेआउट को यहां पर सो हो रहे अदर कीबोर्ड लेआउट से बदल भी सकते हैं

7. ऑप्शन टाइम एंड डेट आपको यहां टाइम एंड डेट भी सो हो रहा आप यह टाइम-डेट देख सकते है व इसमे क्लिक करके आप कैलंडर भी देख सकते व उसमे बदलाव भी कर सकते है आप टाइम एंड डेट भी चेंज कर सकते हैं

8. ऑप्शन नोटिफिकेशन   लास्ट में आपकोमैसेज आइकन दिखाई देगा इसे नोटिफिकेशन एरिया कहा जाता है की यहां से यहां तक का जो पूरा एरिया है इसे हम नोटिफिकेशन एरिया या फिर सिस्टम Traily कहते हैं ये सबसे ऊपर की तरफ इसमें नोटिफिकेशन एरिया है ये पूरा यहां आपको विंडोज से रिलेटेड नोटिफिकेशंस सो होते हैं

10. ऑप्शन एक्शन सेंटर   उसके बाद यह नीचे एक्शन सेंटर है जो ऑप्शंस आपको दिखाई दे रहे हैं इन्हें एक्शन सेंटर कहा जाता है अगर आप एक्सपेंड पर क्लिक करेंगे तो आपको और भी ऑप्शंस यहां शो होने लगेंगे अगर कुछ इंपॉर्टेंट ऑप्शंस की बात करें जैसे बैटरी सेवर है

बैटरी सेवर है अगर आप पीसी की बैटरी लाइफ को एक्सप्लेन करना चाहते हैं तो आप इस पर क्लिक करके बैटरी सेवर को ऑन कर सकते हैं इससे आपकी जो डिस्प्ले ब्राइटनेस होती है वह लो जाती है

ब्लूटूथ ऑप्शन  उसके बाद यह ब्लूटूथ ऑप्शन है अगर आप ब्लूटूथ माउस को या फिर वायरलेस इयरफोन को अपने पीसी से कनेक्ट करना चाहते हैं तो आप इस ऑप्शन का यूस  कर सकते हैं

नाइट लाइट ऑप्शन है अगर आप रात में अपनी कंप्यूटर का उसे करते हैं तो आप नाइट लाइट को ऑन कर सकते हैं

स्क्रीन स्नैप का ऑप्शन है जिस पर क्लिक करके आप अपनी पीसी स्क्रीन का स्क्रीनशॉट ले सकते हैं

डिस्प्ले ब्राइटनेस ऑप्शन  उसके बाद अगर आपको अपनी डिस्प्ले ब्राइटनेस को कंट्रोल करना है तो आप माउस कर्सर को इस आइकन के ऊपर ले जाएं और फिर लेफ्ट बटन को दबाकर होल्ड रखें उसके बाद अगर आपको ब्राइटनेस काम करनी है तो इस आइकन को नीचे की तरफ और बढ़ानी है तो ऊपर की तरफ खींचे उसके बाद जितनी भी ब्राइटनेस आपको चाहिए वहां पे इस कर्सर को रोक कर लेफ्ट क्लिक को छोड़ दें

 



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CHAPTER 04


एक क्यूआर कोड क्या है?

क्यूआर कोड अनिवार्य रूप से एक प्रकार का चुंबकीय बारकोड है जिसे पहली बार 1994 में कार उद्योग के लिए जापान में विकसित किया गया था। एक चुंबकीय कोड केवल एक मशीन-पठनीय पैटर्न होता है जिसमें उस वस्तु के बारे में प्रासंगिक जानकारी होती है जिससे वह जुड़ा होता है। यह इसे एक अद्वितीय प्रकार का कोड बनाता है जो पारंपरिक बारकोड से अलग है और सामग्री या सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए विशेष स्मार्ट फोन के संयोजन के साथ इसका उपयोग किया जा सकता है।

तोये क्यूआर कोड वास्तव में क्या हैंवे अल्फ़ान्यूमेरिक वर्णों की एक श्रृंखला हैं जिन्हें इस तरह से एन्क्रिप्ट किया गया है कि केवल वे ही समझ सकते हैं (इसलिए नाम)। 

उन्हें एक एल्गोरिथम का उपयोग करके डिकोड किया जाता है जो कोड को एक ऐसे रूप में स्क्रैम्बल करता है जिसे कोड का रिसीवर समझ सकता है। सैद्धांतिक रूप सेस्मार्ट फोनलैपटॉपइंटरनेट कनेक्शन और ब्राउज़र वाला कोई भी व्यक्ति उन्हें पढ़ सकता है और इसमें निहित जानकारी की व्याख्या उनके संबंधित स्मार्ट फोन या कंप्यूटर द्वारा की जा सकती है। 

क्यूआर कोड के बारे में अच्छी बात यह है कि वे लोगों को जानकारी साझा करने और वितरित करने की अनुमति देते हैं ताकि यह उनके नेटवर्क प्रभाव को बढ़ा सके। उदाहरण के लिएयदि आपके पास कोई व्यवसाय है और आप चाहते हैं कि संभावित ग्राहक इसके बारे में जानेंतो आप अपने कर्मचारियों को प्रिंट आउट क्यूआर कोड के साथ घूम सकते हैं। 

लोग फिर क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं और फिर इसे अपने स्मार्टफोन के माध्यम से आपको वापस भेज सकते हैं। एक तरह सेआपको महंगे विज्ञापनों पर हजारों डॉलर खर्च करने की आवश्यकता नहीं हैइसके बजाय लोग केवल अपने साथियों के साथ जानकारी साझा करके दूसरों को आपके उत्पाद के बारे में बता सकते हैं! 

क्यूआर कोड जनरेटर क्या है? 

यदि आप यह जानने में रुचि रखते हैं कि क्यूआर कोड निर्माता क्या हैतो आपको बहुत सी बातों का ध्यान रखना होगा। त्वरित परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको किसी एक का उपयोग करने के तरीके से परिचित होना होगा। उनका उपयोग ऑनलाइन व्यवसायों द्वारा किया जाता हैऔर उनमें से कुछ व्यवसाय पाठकों को उनकी वेबसाइटों पर उपयोग करने के लिए क्यूआर कोड प्रदान करते हैं। आपकी वेबसाइट पर एक क्यूआर कोड होने से आपके पास बहुत अधिक ट्रैफ़िक तक पहुंच होगी। क्यूआर कोड एक स्थिर वेब लिंक है जिसका उपयोग पाठक आपकी वेबसाइट के यूआरएल तक पहुंचने के तरीके के रूप में करते हैं।

क्यूआर कोड कई तरह के होते हैं। आप मूल स्वरूपण वालेडायनामिक क्यूआर कोड वाले और यहां तक ​​कि दोनों के संयोजन वाले वाले भी पा सकते हैं। जब पाठक किसी एक पर क्लिक करेगा तो डायनामिक क्यूआर कोड ड्रॉप डाउन विकल्पों की एक सूची प्रदर्शित करेगा। आप कोड के निचले भाग में अपने व्यवसाय का नाम या अपने व्यवसाय की टैगलाइन जोड़ सकते हैंजिससे आपके पाठकों के लिए कुछ ही क्लिक में आपके व्यवसाय की पहचान करना आसान हो जाएगा।

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