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COMPUTER HARDWARE



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कंप्यूटर हार्डवेयर क्या है?

कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर सिस्टम के भौतिक घटकों को संदर्भित करता है। ये वास्तविक, स्पर्शनीय उपकरण हैं जो कंप्यूटर के काम करने के लिए आवश्यक हैं।

हार्डवेयर के कुछ प्रमुख उदाहरण:

  • प्रोसेसर (CPU): कंप्यूटर का "मस्तिष्क" होता है। यह निर्देशों को निष्पादित करता है और डेटा पर गणना करता है।
  • मादरबोर्ड (Motherboard): यह कंप्यूटर के सभी घटकों को जोड़ने वाली मुख्य सर्किट बोर्ड है।
  • मेमोरी (Memory):
    • RAM (Random Access Memory): अस्थायी रूप से डेटा और प्रोग्राम स्टोर करती है, जब तक कि कंप्यूटर चालू रहता है।
    • ROM (Read Only Memory): स्थायी रूप से डेटा स्टोर करती है और इसे केवल पढ़ा जा सकता है, इसे मिटाया या बदला नहीं जा सकता।
  • स्टोरेज डिवाइस:
    • हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD): बड़ी मात्रा में डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करती है।
    • सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD): तेज़ और अधिक विश्वसनीय स्टोरेज विकल्प है।
  • इनपुट डिवाइस:
    • कीबोर्ड: टेक्स्ट और कमांड दर्ज करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • माउस: स्क्रीन पर इंटरैक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • स्कैनर: दस्तावेज़ों और छवियों को डिजिटल रूप में परिवर्तित करता है।
  • आउटपुट डिवाइस:
    • मॉनिटर: आउटपुट को प्रदर्शित करता है।
    • प्रिंटर: दस्तावेज़ों को कागज़ पर प्रिंट करता है।
    • स्पीकर: ऑडियो आउटपुट प्रदान करते हैं।
  • नेटवर्किंग हार्डवेयर:
    • नेटवर्क इंटरफ़ेस कार्ड (NIC): कंप्यूटर को नेटवर्क से कनेक्ट करने की अनुमति देता है।
    • मॉडेम: इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है।
    • राउटर: नेटवर्क ट्रैफ़िक को नियंत्रित करता है और इसे विभिन्न उपकरणों के बीच रूट करता है।

हार्डवेयर का महत्व:

  • कंप्यूटर को संचालित करता है: हार्डवेयर कंप्यूटर के सभी कार्यों के लिए आवश्यक है।
  • डेटा स्टोरेज: हार्डवेयर डेटा को संग्रहीत करने और पुनर्प्राप्त करने की अनुमति देता है।
  • इनपुट और आउटपुट: हार्डवेयर उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने और आउटपुट प्राप्त करने की अनुमति देता है।
  • नेटवर्किंग: हार्डवेयर कंप्यूटर को नेटवर्क से कनेक्ट करने और अन्य उपकरणों के साथ संचार करने की अनुमति देता है।

हार्डवेयर का प्रकार:

  • आंतरिक हार्डवेयर: कंप्यूटर केस के अंदर स्थित होता है, जैसे कि मदरबोर्ड, प्रोसेसर, मेमोरी, स्टोरेज डिवाइस।
  • बाहरी हार्डवेयर: कंप्यूटर केस के बाहर स्थित होता है, जैसे कि कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, प्रिंटर।


What is a Computer Motherboard

 

💻 कंप्यूटर मदरबोर्ड क्या है? (What is a Computer Motherboard in Hindi)

मदरबोर्ड (Motherboard) कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड (Main Circuit Board) होता है। इसे "System Board", "Mainboard", या "Logic Board" भी कहा जाता है। यह कंप्यूटर के सभी प्रमुख हार्डवेयर को आपस में जोड़ने और संचालित करने का काम करता है।


🔧 मदरबोर्ड क्या करता है?

मदरबोर्ड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिस पर कंप्यूटर के सारे महत्वपूर्ण घटक (components) लगे होते हैं और आपस में संचार (communication) करते हैं।

🧩 इसमें निम्नलिखित चीजें जुड़ी होती हैं:

घटक

कार्य

CPU (Processor)

कंप्यूटर का दिमाग

RAM (Memory)

अस्थायी डाटा स्टोरेज

Storage (HDD/SSD)

डाटा स्थायी रूप से स्टोर करता है

Graphics Card

ग्राफिक्स और गेमिंग प्रदर्शन

Power Connector

बिजली की आपूर्ति

USB, HDMI Ports

इनपुट/आउटपुट डिवाइसेस के लिए

BIOS/UEFI Chip

कंप्यूटर को स्टार्ट करने का बेसिक सॉफ्टवेयर


🔍 मदरबोर्ड के प्रमुख भाग (Main Parts of Motherboard):

1.      CPU Socketप्रोसेसर को जोड़ने का स्थान

2.      RAM Slotsरैम मॉड्यूल लगाने के स्लॉट

3.      Chipset (Northbridge & Southbridge)डाटा का नियंत्रण

4.      Power Connectorsबिजली की सप्लाई

5.      Expansion Slots (PCIe)ग्राफिक्स कार्ड, Wi-Fi कार्ड आदि के लिए

6.      SATA Ports / M.2 Slotस्टोरेज डिवाइस जोड़ने के लिए

7.      I/O Ports – Keyboard, Mouse, USB, Ethernet आदि के लिए

8.      CMOS Battery – BIOS की सेटिंग्स याद रखने के लिए


🧱 मदरबोर्ड के प्रकार (Types of Motherboard Form Factor):

प्रकार

आकार

उपयोग

ATX

Full-size

Gaming और हाई परफॉर्मेंस PC

MicroATX

Medium

घरेलू/कार्यालय उपयोग

Mini-ITX

छोटा

कॉम्पैक्ट सिस्टम और Mini PC


🎯 मदरबोर्ड क्यों ज़रूरी है?

·         यह सभी हार्डवेयर को आपस में जोड़ता है

·         डेटा ट्रांसफर और बिजली का नियंत्रण करता है

·         कंप्यूटर को स्टार्ट और कंट्रोल करने का कार्य करता है

·         इसमें एक्सपेंशन के विकल्प (जैसे ग्राफिक्स कार्ड) होते हैं


📌 संक्षेप में:

मदरबोर्ड कंप्यूटर का वह आधार है जिस पर सभी हार्डवेयर हिस्से जुड़े होते हैं और एक साथ मिलकर काम करते हैं। यह कंप्यूटर की रीढ़ की हड्डी (Backbone) की तरह होता है।


 

TYPES OF Computer Motherboard

कंप्यूटर के मदरबोर्ड कितने प्रकार के होते हैं

कंप्यूटर के मदरबोर्ड कई प्रकार के होते हैं, हर एक अलग उद्देश्य और फॉर्म फैक्टर के लिए बनाए गए होते हैं। कुछ प्रमुख प्रकार इस प्रकार हैं:

 

एटीएक्स (उन्नत प्रौद्योगिकी विस्तारित): यह एक मानक मदरबोर्ड आकार है, जो सुविधाएँ और विस्तारशीलता का एक अच्छा संतुलन प्रदान करता है।

 

माइक्रोएटीएक्स: एटीएक्स से छोटा एक फॉर्म फैक्टर मदरबोर्ड, जो आम तौर पर एटीएक्स से कम विस्तार स्लॉट के साथ आता है, लेकिन छोटे मामलों में फिट हो सकता है।

 

मिनी-आईटीएक्स: कॉम्पैक्ट बिल्ड के लिए डिज़ाइन किया गया और मिनी-आईटीएक्स, नैनो-आईटीएक्स, और पिको-आईटीएक्स जैसे आईटीएक्स फॉर्म फैक्टर में आता है, जिसे अक्सर छोटे फॉर्म फैक्टर (एसएफएफ) पीसी में तैयार किया जाता है।

 

ई-एटीएक्स (एक्सटेंडेड एटीएक्स): एटीएक्स से बड़ा एक मदरबोर्ड साइज, जो अधिक फीचर्स और कंपोनेंट्स के लिए अधिक स्पेस ऑफर करता है।

 

ITX (सूचना प्रौद्योगिकी विस्तारित): छोटे और एम्बेडेड सिस्टम के लिए डिज़ाइन किया गया, इसमें मिनी-ITX, नैनो-ITX, और पिको-ITX जैसे मदरबोर्ड फॉर्म फैक्टर शामिल हैं।

 

ये सिर्फ़ कुछ उदाहरण हैं, और अन्य विशेष फॉर्म फैक्टर भी हैं, हर एक के अपने फ़ीचर और समानताएँ हैं।

 

What is a Computer Processors

🧠 कंप्यूटर प्रोसेसर क्या है? (What is a Computer Processor in Hindi)

प्रोसेसर (Processor) को कंप्यूटर का मस्तिष्क (Brain) कहा जाता है। इसका पूरा नाम CPU (Central Processing Unit) है। यह कंप्यूटर के सभी निर्देशों को प्रोसेस करता है और पूरे सिस्टम को नियंत्रित करता है।


🔧 प्रोसेसर क्या करता है?

प्रोसेसर कंप्यूटर द्वारा किए जाने वाले हर कार्य को गणना (Calculation) और निर्देशों (Instructions) के अनुसार प्रक्रिया (Process) करता है। यह इनपुट को प्रोसेस करके आउटपुट में बदलता है।


प्रोसेसर के मुख्य कार्य:

1.      डाटा प्रोसेसिंगडाटा को संसाधित करना

2.      निर्देशों का निष्पादनसॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर से प्राप्त निर्देशों को पूरा करना

3.      प्रोग्राम नियंत्रणपूरे सिस्टम के प्रोग्राम का संचालन

4.      डिवाइस मैनेजमेंटअन्य हार्डवेयर (RAM, Hard disk, आदि) से संपर्क बनाए रखना


📦 प्रोसेसर के मुख्य भाग (Parts of CPU):

भाग

कार्य

ALU (Arithmetic Logic Unit)

गणितीय और तार्किक क्रियाएँ करता है

CU (Control Unit)

सभी कार्यों को नियंत्रित और निर्देशित करता है

Registers

अस्थायी रूप से डाटा और निर्देश स्टोर करता है


💡 प्रोसेसर के प्रकार:

प्रकार

विवरण

Single Core

एक समय में केवल एक काम कर सकता है

Dual Core

दो काम एक साथ कर सकता है

Quad Core

चार काम एक साथ करता है

Octa Core

आठ कोर – तेज़ मल्टीटास्किंग

Hyper-Threading

वर्चुअल कोर से प्रोसेसिंग तेज करता है



🏷प्रमुख प्रोसेसर निर्माता कंपनियाँ:

·         Intel – Core i3, i5, i7, i9, Xeon

·         AMD – Ryzen, Athlon, Threadripper

·         Apple – M1, M2, M3 (ARM आधारित चिप्स)

·         Qualcomm – Snapdragon (मोबाइल प्रोसेसर)


📌 संक्षेप में:

प्रोसेसर कंप्यूटर का वह भाग है जो सभी निर्देशों को प्रोसेस करता है और पूरे सिस्टम को नियंत्रण में रखता है। इसकी स्पीड, कोर की संख्या और तकनीक यह तय करती है कि कंप्यूटर कितना तेज और सक्षम होगा।

TYPES OF Computer Processors

कंप्यूटर प्रोसेसर (Processor) कई प्रकार के होते हैं, जो उनके उपयोग, डिजाइन, और कार्यक्षमता के आधार पर अलग-अलग वर्गों में बाँटे जाते हैं। नीचे कंप्यूटर प्रोसेसर के मुख्य प्रकारों को हिंदी में समझाया गया है:


🔢 कंप्यूटर प्रोसेसर के प्रकार (Types of Computer Processors in Hindi)

1. 🧠 सिंगल-कोर प्रोसेसर (Single-Core Processor)

·         इसमें केवल एक प्रोसेसिंग यूनिट होती है।

·         एक समय में केवल एक ही काम अच्छे से कर सकता है।

·         पुराने कंप्यूटरों में इस्तेमाल होता था।

·         आज के समय में यह बहुत धीमा माना जाता है।


2. 🧠🧠 डुअल-कोर प्रोसेसर (Dual-Core Processor)

·         इसमें दो प्रोसेसिंग कोर होते हैं।

·         मल्टीटास्किंग में बेहतर होता है।

·         आमतौर पर ऑफिस और होम यूज़ के लिए उपयुक्त।


3. 🧠🧠🧠🧠 क्वाड-कोर प्रोसेसर (Quad-Core Processor)

·         इसमें चार कोर होते हैं।

·         एक साथ कई कार्य करने में सक्षम।

·         गेमिंग, एडिटिंग, और भारी सॉफ़्टवेयर चलाने के लिए उपयुक्त।


4. 🧠x6, 🧠x8 आदि मल्टी-कोर प्रोसेसर (Multi-Core Processor)

·         इनमें 6, 8, 12 या उससे भी ज्यादा कोर हो सकते हैं।

·         प्रोफेशनल उपयोग जैसे वीडियो एडिटिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, 3D रेंडरिंग आदि में इस्तेमाल होता है।

·         आजकल के ज्यादातर प्रोसेसर मल्टी-कोर होते हैं।


 

Types of processors based on brand

🏷ब्रांड के आधार पर प्रोसेसर के प्रकार

 

5. Intel प्रोसेसर (Intel Processors)

·         दुनिया की सबसे प्रसिद्ध प्रोसेसर कंपनी।

·         प्रमुख सीरीज:

o    Intel Core i3सामान्य उपयोग के लिए

o    Intel Core i5मध्यम स्तर के उपयोग के लिए

o    Intel Core i7हेवी उपयोग के लिए

o    Intel Core i9प्रोफेशनल और गेमिंग उपयोग के लिए

o    Intel Xeonसर्वर और वर्कस्टेशन के लिए


6. 🔥 AMD प्रोसेसर (AMD Processors)

·         Intel का प्रमुख प्रतिस्पर्धी।

·         प्रमुख सीरीज:

o    AMD Ryzen 3बेसिक उपयोग

o    AMD Ryzen 5मिड-लेवल परफॉर्मेंस

o    AMD Ryzen 7हाई परफॉर्मेंस

o    AMD Ryzen 9गेमिंग और प्रोफेशनल उपयोग

o    AMD Threadripperएडवांस वर्कस्टेशन के लिए

o    AMD EPYCसर्वर के लिए


7. 💡 ARM प्रोसेसर

·         लो-पावर प्रोसेसर, जो मोबाइल, टैबलेट, और एम्बेडेड सिस्टम में उपयोग होते हैं।

·         आजकल Apple (M1, M2, M3 चिप्स) भी ARM आर्किटेक्चर का उपयोग करता है।


📱 अन्य प्रोसेसर प्रकार (विशेष उपयोग के लिए)

प्रोसेसर का नाम

उपयोग

GPU (Graphics Processing Unit)

ग्राफिक्स और गेमिंग

DSP (Digital Signal Processor)

साउंड, इमेज प्रोसेसिंग

Embedded Processor

Washing machine, TV, Router जैसे उपकरणों में

Server Processor

डाटा सेंटर और क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए


📝 निष्कर्ष:

·         Basic उपयोग के लिए – Intel i3 / AMD Ryzen 3

·         Mid-range के लिए – Intel i5 / Ryzen 5

·         High Performance के लिए – Intel i7/i9 / Ryzen 7/9

·         Professional के लिए – Intel Xeon / AMD Threadripper

·         Mobile Devices के लिए – ARM प्रोसेसर


INTEL Processors

🔷 Intel Processors – पूरी जानकारी (2025 तक)

Intel दुनिया की सबसे बड़ी प्रोसेसर निर्माता कंपनियों में से एक है, जो विभिन्न श्रेणियों (Series) में प्रोसेसर बनाती है — बेसिक यूज़ से लेकर सुपर कंप्यूटर तक।


INTEL Processors Series

Intel Processors Series को उनकी परफॉर्मेंस, उपयोग और लक्ष्य उपयोगकर्ताओं के आधार पर कई श्रेणियों (Series) में बाँटा गया है। नीचे उनकी पूरी जानकारी दी गई है:


🔷 1. Intel Core Series (सबसे लोकप्रिय consumer series)

प्रोसेसर

उपयोग

विशेषताएँ

Core i3

सामान्य उपयोग, स्टूडेंट्स

किफायती, बेसिक मल्टीटास्किंग

Core i5

मिड-लेवल परफॉर्मेंस

ऑफिस वर्क, हल्की गेमिंग

Core i7

हाई परफॉर्मेंस

हैवी मल्टीटास्किंग, गेमिंग, क्रिएटिव काम

Core i9

प्रोफेशनल/गेमिंग

ओवरक्लॉकिंग, हाई स्पीड, 8+ कोर

🔹 Core Series अब 14th Gen तक पहुँच चुकी है (2025 में)
🔹 इनके साथ "K", "F", "T" जैसे suffix आते हैं (नीचे देखें)


🔷 2. Intel Pentium Series (बेसिक/बजट उपयोग के लिए)

वेरिएंट

उपयोग

Pentium Gold

बेसिक टास्क जैसे MS Office, इंटरनेट

Pentium Silver

कम पावर खपत, एंट्री लेवल लैपटॉप


🔷 3. Intel Celeron Series (सबसे सस्ता प्रोसेसर)

·         बेसिक कंप्यूटिंग, वेब ब्राउज़िंग के लिए

·         लो परफॉर्मेंस, लेकिन कम कीमत

·         स्टूडेंट्स और साधारण उपयोग के लिए


🔷 4. Intel Xeon Series (सर्वर और वर्कस्टेशन के लिए)

वेरिएंट

उपयोग

Xeon Bronze/Silver/Gold/Platinum

सर्वर, डेटा सेंटर, AI, CAD

विशेषताएँ: ECC Memory Support, Multi-CPU support, लंबी चलने वाली स्थिरता



🔷 5. Intel Atom Series (लो-पावर embedded सिस्टम के लिए)

·         टैबलेट्स, मोबाइल डिवाइसेज़, सस्ते लैपटॉप

·         कम पावर खपत, छोटे आकार


🔷 6. Intel Core Ultra Series (नई पीढ़ी – AI और हाई-बैटरी लाइफ)

·         Core Ultra 5, 7, 9 जैसे नाम

·         2023 से शुरू हुई Intel की Meteor Lake आर्किटेक्चर वाली सीरीज़

·         AI NPU (Neural Processing Unit) के साथ आती है

·         खासकर ultra-thin laptops के लिए


🔷 7. Intel Itanium Series (अब बंद कर दी गई)

·         पुराने समय में हाई-एंड सर्वर के लिए थी

·         अब Xeon ने इसे पूरी तरह रिप्लेस कर दिया है


🔷 Intel Processor Suffixes (नाम के अंत में जो अक्षर होते हैं):

अक्षर

मतलब

K

ओवरक्लॉकिंग की सुविधा (unlocked)

F

Integrated Graphics नहीं है

T

Low power consumption

U

Ultra-low power (laptops)

H

High performance (laptops)

G

Graphics के साथ बेहतर प्रदर्शन

E

Embedded systems के लिए


🔚 निष्कर्ष:

Series

उपयोगकर्ता

उदाहरण

Core i3/i5/i7/i9

सामान्य से एडवांस यूज़र्स

Gaming, Office, Editing

Pentium / Celeron

स्टूडेंट्स, बेसिक यूज़र

वेब ब्राउज़िंग, बेसिक वर्क

Xeon

प्रोफेशनल, सर्वर

Data Centers, AI, Workstations

Atom

IoT, टैबलेट, एम्बेडेड

Routers, Low-power Devices

Core Ultra

AI + Battery Efficient Laptops

Core Ultra 7 155H, आदि

 

Intel Core Series generation

 

🔷 Intel Core Series Generations (इंटेल कोर प्रोसेसर की पीढ़ियाँ)

Intel ने अब तक (2025 तक) अपनी Core Series की 14 पीढ़ियाँ (Generations) जारी की हैं। हर नई जनरेशन में पिछले प्रोसेसर से बेहतर परफॉर्मेंस, पावर एफिशिएंसी, ग्राफिक्स, और तकनीकी सुधार होते हैं।


1st to 14th Generation – संक्षिप्त जानकारी (Summary)

Generation

Launch Year

Architecture

Key Features

1st Gen (Nehalem/Westmere)

2010

45nm

Hyper-Threading, Turbo Boost

2nd Gen (Sandy Bridge)

2011

32nm

बेहतर ग्राफिक्स और Turbo Boost 2.0

3rd Gen (Ivy Bridge)

2012

22nm

USB 3.0, PCIe 3.0 सपोर्ट

4th Gen (Haswell)

2013

22nm

बेहतर बैटरी लाइफ, Integrated GPU

5th Gen (Broadwell)

2014-15

14nm

मोबाइल सिस्टम के लिए अच्छा

6th Gen (Skylake)

2015

14nm

DDR4 सपोर्ट, बेहतर GPU

7th Gen (Kaby Lake)

2016

14nm+

4K वीडियो सपोर्ट, Optane Ready

8th Gen (Coffee Lake)

2017

14nm++

6-कोर तक, ज्यादा थ्रेड्स

9th Gen (Coffee Lake Refresh)

2018

14nm++

Core i9 शामिल, बेहतर गेमिंग

10th Gen (Comet Lake/Ice Lake)

2019

14nm/10nm

Wi-Fi 6, AI इंटेलिजेंस फीचर्स

11th Gen (Tiger Lake/Rocket Lake)

2020-21

10nm

Intel Iris Xe ग्राफिक्स

12th Gen (Alder Lake)

2021

Intel 7 (10nm)

Hybrid Architecture (P-cores + E-cores)

13th Gen (Raptor Lake)

2022

Intel 7 (Refined)

बेहतर गेमिंग और मल्टीटास्किंग

14th Gen (Raptor Lake Refresh)

2023

Intel 7

Performance Boosted, DDR5/PCIe 5.0 सपोर्ट


🔹 Intel Hybrid Architecture (12th Gen के बाद से नया बदलाव)

·         P-Cores (Performance Cores)हेवी टास्क के लिए

·         E-Cores (Efficiency Cores)बैकग्राउंड और साधारण टास्क के लिए
➡️ इससे पावर सेविंग + हाई परफॉर्मेंस दोनों मिलते हैं


🔹 Intel Core Ultra Series (15th Gen जैसी नई शुरुआत)

·         Introduced in late 2023 (Meteor Lake architecture)

·         NPU (Neural Processing Unit) – AI tasks के लिए

·         Modular design – अलग-अलग चिप्स का एक साथ उपयोग (Tile Architecture)


📌 Intel Core i3, i5, i7, i9 में Generation कैसे पहचानें?

उदाहरण:

·         Intel Core i5-12400F

o    i5 = मॉडल

o    12 = 12th Generation

o    400F = SKU (विशिष्ट मॉडल नंबर)


📝 निष्कर्ष:

·         हर जनरेशन में परफॉर्मेंस, एनर्जी एफिशिएंसी, और ग्राफिक्स बेहतर हुए हैं।

·         12th से 14th Gen तक के प्रोसेसर Hybrid Architecture पर आधारित हैं – जो डेस्कटॉप और लैपटॉप दोनों में शानदार परफॉर्मेंस देते हैं।

·         अगर आप लेटेस्ट टेक्नोलॉजी चाहते हैं, तो 13th या 14th Gen i5/i7/i9 प्रोसेसर अच्छे विकल्प हैं।


TYPES OF INTEL Processors

इंटेल प्रोसेसर कितने प्रकार के होते हैं

इंटेल चिपसेट आवश्यक घटक हैं जो मदरबोर्ड पर प्रोसेसर, मेमोरी, स्टोरेज डिवाइस और बाह्य उपकरणों के बीच संचार का प्रबंधन करते हैं। वे कई श्रृंखलाओं में विभाजित हैं, जिनमें से प्रत्येक अलग-अलग सुविधाएँ और क्षमताएँ प्रदान करता है।

इंटेल चिपसेट चार मुख्य श्रृंखलाओं में विभाजित हैं: Z, Q, H, और B. Z और Q श्रृंखला में सबसे अच्छा प्रदर्शन है और यह 24 PCIe चैनल और 6 USB3.1 Gen2 पोर्ट तक का समर्थन कर सकता है। Z श्रृंखला में K उत्पाद CPU ओवरक्लॉकिंग का भी समर्थन कर सकते हैं।

उपभोक्ता डेस्कटॉप के लिए मुख्य श्रृंखलाएँ Z, Q, H और B श्रृंखलाएँ हैं।

🔧 Intel Motherboards की प्रमुख Series और उनके प्रकार:

Intel अपने मदरबोर्ड्स (motherboards) को अलग-अलग उपयोग और जरूरतों के अनुसार कई series में बनाता है। इन सीरीज को मुख्य रूप से चार भागों में बाँटा गया है: Z, Q, H और B


1. Z Series (जेड सीरीज)High Performance के लिए

Z श्रृंखला - Z श्रृंखला चिपसेट को उच्च-स्तरीय या उत्साही-ग्रेड चिपसेट माना जाता है। वे प्रदर्शन-उन्मुख उपयोगकर्ताओं के लिए सबसे अधिक सुविधाएँ और लचीलापन प्रदान करते हैं। Z-सीरीज़ चिपसेट आमतौर पर CPU ओवरक्लॉकिंग का समर्थन करते हैं, जिससे उपयोगकर्ता बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने प्रोसेसर की क्लॉक स्पीड बढ़ा सकते हैं। वे अन्य श्रृंखलाओं की तुलना में अधिक संख्या में PCIe लेन और USB3.1 Gen2 पोर्ट का भी समर्थन करते हैं।

·         उपयोग: गेमिंग, हाई-एंड पीसी और ओवरक्लॉकिंग के लिए।

·         मुख्य विशेषताएँ:

o    CPU को ओवरक्लॉक करने की सुविधा (सिर्फ ‘K’ सीरीज़ प्रोसेसर के साथ)

o    ज़्यादा PCIe लेन (up to 24 lanes)

o    अधिक USB 3.1 Gen 2 पोर्ट्स (up to 6 ports)

o    अधिक RAM और GPU समर्थन


2. 🖥Q Series (क्यू सीरीज)बिजनेस और वर्कस्टेशन के लिए

Q श्रृंखला - Q श्रृंखला चिपसेट सुविधाओं और प्रदर्शन के मामले में Z श्रृंखला के समान हैं, लेकिन आमतौर पर वर्कस्टेशन-क्लास मदरबोर्ड में पाए जाते हैं। वे अधिक संख्या में PCIe लेन और USB3.1 Gen2 पोर्ट के लिए समर्थन प्रदान करते हैं, जो उन्हें उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग कार्यों के लिए उपयुक्त बनाता है।

·         उपयोग: ऑफिस कंप्यूटर और वर्कस्टेशन के लिए।

·         मुख्य विशेषताएँ:

o    Z सीरीज जैसा प्रदर्शन, लेकिन ओवरक्लॉकिंग नहीं

o    Intel vPro टेक्नोलॉजी (बिजनेस सिक्योरिटी और रिमोट मैनेजमेंट)

o    अधिक पोर्ट्स और एक्सपेंशन सपोर्ट

o    बेहतर नेटवर्किंग विकल्प


3. H Series (एच सीरीज)साधारण उपयोग के लिए

H श्रृंखला - H श्रृंखला चिपसेट को मुख्यधारा चिपसेट माना जाता है और कई उपभोक्ता-ग्रेड मदरबोर्ड में पाए जाते हैं। वे सुविधाओं और प्रदर्शन का संतुलन प्रदान करते हैं, जो उन्हें अधिकांश उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त बनाता है। एच-सीरीज़ चिपसेट आमतौर पर CPU ओवरक्लॉकिंग का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन PCIe लेन और USB3.1 Gen2 पोर्ट की एक अच्छी संख्या प्रदान करते हैं।

·         उपयोग: रोज़मर्रा के होम/ऑफिस यूज़र्स के लिए।

·         मुख्य विशेषताएँ:

o    ओवरक्लॉकिंग नहीं

o    संतुलित प्रदर्शन और मूल्य

o    सीमित PCIe लेन और USB पोर्ट्स

o    H610, H670, H770 जैसे वेरिएंट उपलब्ध


4. 💻 B Series (बी सीरीज)बजट फ्रेंडली विकल्प

B सीरीज़ - B सीरीज़ चिपसेट एंट्री-लेवल चिपसेट हैं जो बजट-फ्रेंडली मदरबोर्ड में पाए जाते हैं। वे बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करते हैं और उन उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त हैं जिन्हें उन्नत प्रदर्शन या सुविधाओं की आवश्यकता नहीं है। B-सीरीज़ चिपसेट CPU ओवरक्लॉकिंग का समर्थन नहीं करते हैं और उच्च-स्तरीय चिपसेट की तुलना में कम PCIe लेन और USB3.1 Gen2 पोर्ट प्रदान करते हैं।

·         उपयोग: सामान्य घरेलू या स्टूडेंट उपयोग के लिए

·         मुख्य विशेषताएँ:

o    ओवरक्लॉकिंग का सपोर्ट नहीं

o    कम कीमत में पर्याप्त सुविधाएँ

o    सीमित RAM और GPU एक्सपेंशन

o    सबसे सस्ता विकल्प, जैसे B660, B760 आदि

 

🧩 Intel की और भी सीरीज होती हैं?

Intel की कुछ और series भी होती हैं जो खास उपयोग के लिए बनाई गई हैं:

5. 🔬 X Seriesहाई-एंड डेस्कटॉप और प्रोफेशनल्स के लिए

·         बहुत ही पावरफुल सिस्टम्स के लिए (जैसे वीडियो एडिटिंग, 3D डिजाइनिंग)

·         सबसे ज्यादा PCIe lanes और RAM support

6. 🏢 C Seriesकॉर्पोरेट सर्वर/वर्कस्टेशन के लिए

·         प्रोफेशनल उपयोग जैसे सर्वर या भारी लोड वाले वर्कस्टेशन

7. 🛠W Seriesवर्कस्टेशन के लिए विशेष रूप से

·         ज़्यादा सुरक्षा, स्थिरता और प्रोसेसिंग पॉवर

·         साइंटिफिक, इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग आदि के लिए


🔍 निष्कर्ष:

Series

उपयोग

ओवरक्लॉकिंग

प्रदर्शन

कीमत

Z

गेमिंग/हाई-एंड

✔️ हाँ

बहुत अच्छा

महंगा

Q

ऑफिस/वर्कस्टेशन

नहीं

अच्छा

मध्यम

H

होम यूज़

नहीं

संतुलित

किफायती

B

बजट यूज़र्स

नहीं

सामान्य

सबसे सस्ता

X/W/C

प्रोफेशनल

✔️ (X/W में)

बहुत उच्च

बहुत महंगा


संक्षेप में, Z और Q सीरीज़ चिपसेट को हाई-एंड माना जाता है और वे CPU ओवरक्लॉकिंग, PCIe लेन की अधिक संख्या और USB3.1 Gen2 पोर्ट के लिए समर्थन सहित सर्वोत्तम प्रदर्शन और सुविधाएँ प्रदान करते हैं। H सीरीज़ चिपसेट सुविधाओं और प्रदर्शन का संतुलन प्रदान करते हैं, जबकि B सीरीज़ चिपसेट अधिक बुनियादी हैं और बजट-अनुकूल बिल्ड के लिए उपयुक्त हैं।


 

Comparison of Intel/AMD processors

 

🆚 Intel vs AMD प्रोसेसर तुलना (2024-2025 तक की जानकारी पर आधारित)

पहलू

Intel

AMD

🔧 आर्किटेक्चर

x86 आधारित

x86 और Zen आर्किटेक्चर

🚀 प्रदर्शन (Performance)

बेहतर सिंगल-कोर परफॉर्मेंस, तेज़ क्लॉक स्पीड

मल्टी-कोर में अच्छा प्रदर्शन, बेहतर मल्टीटास्किंग

🔄 मल्टीटास्किंग

अच्छे हाई-एंड मॉडल्स में बेहतर

ज़्यादातर Ryzen CPUs में बेहतरीन मल्टी-कोर सपोर्ट

🔥 थर्मल मैनेजमेंट (गर्मी नियंत्रण)

थोड़ा ज़्यादा गर्म हो सकता है, खासकर i9

ज़ेन आर्किटेक्चर के कारण बेहतर थर्मल कंट्रोल

💰 कीमत (Price)

आम तौर पर महंगा

Intel की तुलना में सस्ता

🧪 ओवरक्लॉकिंग सपोर्ट

सिर्फ K-सीरीज में होता है

लगभग सभी Ryzen CPUs में होता है

🖥IGPU (ग्राफिक्स)

ज़्यादातर मॉडल में Intel UHD या Iris Graphics

ज़्यादातर Ryzen में नहीं होता (APU में होता है)

🧩 चिपसेट और मदरबोर्ड सपोर्ट

थोड़े सीमित और version-specific

ज्यादा फ्लेक्सिबल और backward compatible

🧠 AI और New Features (जैसे NPU)

14th Gen में AI Boost और Meteor Lake

Ryzen AI के साथ 7000 सीरीज़ में स्मार्ट फीचर्स

💻 लैपटॉप परफॉर्मेंस

ज्यादा बैटरी ऑप्टिमाइज़ेशन

बेहतर मल्टी-कोर बैलेंस और Value for Money



📌 प्रमुख सीरीज तुलना:

उपयोग

Intel

AMD

बेसिक/होम यूज़

Intel Core i3

Ryzen 3

स्टूडेंट/ऑफिस वर्क

Intel Core i5

Ryzen 5

गेमिंग/क्रिएटिव यूज

Intel Core i7

Ryzen 7

हाई-एंड वर्कस्टेशन/एडिटिंग

Intel Core i9, Xeon

Ryzen 9, Threadripper


🤔 किसे चुनें? (Which One Should You Choose?)


आवश्यकता

सुझाव

सिर्फ Office Work या Browsing

AMD Ryzen 3 या Intel i3 (जो सस्ता हो)

गेमिंग + वीडियो एडिटिंग

AMD Ryzen 5/7 या Intel i5/i7 (जो ग्राफिक्स कार्ड के साथ जाए)

प्रोफेशनल वीडियो एडिटिंग / रेंडरिंग

AMD Ryzen 9 / Threadripper

लैपटॉप में बैटरी + परफॉर्मेंस बैलेंस

Intel Core i5/i7 (13th/14th Gen)



 

SMPS


SMPS -   Switched-mode power supply    स्विच मोड पॉवर सप्लाई

यह कंप्यूटर में उपयोग होने वाला एक छोटा सा पार्ट है कंप्यूटर एक इलेक्ट्रिक डिवाइस है और यह छोटे एवं बड़े पार्ट से मिलकर बना हुआ है इन सभी पार्ट्स को कार्य करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी की आवश्यकता होती है लेकिन ये बिजली जो हम अपने घर में इस्तेमाल करते उससे काफी कम होती है, जैसे TV, FRIDGE, IRON, OVEN  ये सब Direct 220V-240V तक इस्तेमाल करते है जो बिजली हम घर में यूज करते हैं वह अधिक वोल्टेज की होती है और कंप्यूटर को कम वोल्टेज की आवश्यकता होती है अगर यही Voltage हम computer के parts को Direct दे देंगे तो सब कुछ जल जायेगा,
SMPS का पूरा नाम है Switch Mode Power Supply. ये एक Electronic Circuit है
SMPS का कार्य कंप्यूटर में लगे विभिन्न पार्ट्स को उचित मात्रा में इलेक्ट्रिसिटी प्रदान करना होता है, ये Device Computer के अलग अलग हिस्सों को Power देता है जैसे की RAM, Motherboard, Fan आदि को.
क्योंकि सारे पोर्ट मदरबोर्ड से जुड़े हुए रहते हैं जैसे ही मदरबोर्ड में पावर पहुंचता है मदरबोर्ड सारे parts तक पावर और पहुंचा देता है
SMPS कैसे काम करता है
सबसे पहले जब Main Power Supply घर के Board से हम computer को देते है तब वो AC (Alternative CURRENT)  के Form में रहता है उसके बाद जब ये AC computer के SMPS के पास जाता है तो SMPS इसको DC में Convert कर देता है इसके लिए वो Capacitor और DIODE के का इस्तेमाल करता है ये Regulator की मदद से Switch को कभी ON और कभी OFF करता है मतलब Switch Mode change करता है, कभी DC को AC में CONVERT करता है और कभी AC को DC में इसलिए इसका नाम भी  Switch Mode Power Supply कहा जाता है
SMPS कैसे काम करता है विस्तृत जानकारी
सबसे पहले Cable से जो current computer के पास आता है तो वो पहले SMPS के अंदर जो छोटे device है उनसे होते हुए ज्याता है, तो सबसे पहले AC filter के पास जाता है वहां पे AC filter करने की प्रक्रिया में Nutral और Phase के बिच में NTC, Fuse, line Filter, PF Capacitor का इस्तेमाल होता है, इसके Output को Rectifier और Filter को दिया जाता  है, जो की इसको AC से DC में Convert करता है  जो Rectifier था और जो filter था वो दो capacitor की मदद से Smooth DC में Convert करता है, इस प्रक्रिया का Output Pure DC होता है और इसको switching transistor को दिया जाता था यहाँ पे हम दो NPN transistor का इस्तेमाल करते है जो की switching Cycle की मदद से फिर एक AC Output देता है, इसको हम देते है एक और एक प्रक्रिया करने के लिए जिसका नाम था SM transformer तो ये थी SMPS की PRIMARY CIRCUIT की बात, इसके बाद ये और एक बार Rectifier और Filter को दिया ज्याता है जो की फिर से इसको इस AC Supply को और एक बार Smooth DC में Convert करता है (एक बात याद रखना की घर में transformer के पास से जो current आता है वो है AC और Battery में जो current आता है वो DC होता है) ये क्रिया के बाद जो Output निकला वो तिन Form में होता है एक 12VOLT, 5 VOLT, 3 VOLT. ये तो SMPS की primary और Secondary circuit है.

लेकिन primary circuit के Rectifier और Filter एक  Output Starter transfermer के साथ Connect होता और ये Starter के साथ Connect होता जिसको और एक Amlifier IC के साथ Connect किया ज्याता है और इसके तिन Output WIRE होते हैं, amplifier IC SMPS का एक एसा  area है जहाँ पे पूरा management का काम होता है. Amlifier IC से तिनMajor Cable निकल ते हैं एक है green जो की Power on केबल है दूसरा Violet colour में आता है जो की +5 volt का Stand by current देता है, और तीसरा जो है वो Gray color में आता है, जिसको Power Bood cable बोला जाता है.

इन तीनो Output Cable को MotherBoard को दिए ज्याते हैं. Switching Transister और amplifier IC को एक Driver के साथ Connect रहता है और इसको amplifier IC के जरिये Control किया जाता है. secondary Switching Circuit से एक sensing wire आता है जो की Amplifier IC को बताता है की Load बढ़ रहा है, तो उसी वक्त DRIVER जो की SWITCHING Transiter on –off प्रक्रिया को बढ़ा देता है, और जिसे एक Constant speed में Voltage मिलता रहता है. जो की +12volt, +5volt और +3volt होता है और इसी प्रक्रिया को switching Mode Power Supply बोला जाता है. जब green cable का Power on होता है तब 12v, 5v, और 3v SMPS से MotherBoard को मिलता है. कुछ इस तरह SMPS काम करता है.

SMPS के प्रकार (Types SMPS )

1. DC से DC Converter
2. Forward Converter
3. Flyback Converter
4. Self-Oscillating Flyback Converter

1. DC से DC Converter

ये एक SMPS Converter का Type है जिसमे आपको बस, SMPS के पास जो CURRENT आती है वो AC होती है उसको DC में Convert करने से पहले, जो Current DC Converter से पास होता है वो पहले Step Down Transformer का primary Side से गुजर ता है, ये step down transfermer SMPS का ही एक हिस्सा है जो की 50 Hz का होता है, ये Voltage rectified और filter होक transfermer के Secondary हिस्से में ज्याता है, अब ये Output Voltage Power से बहार निकल कर अलग अलग हिस्सों में जा पोहंचाया ज्याता है. इस का Output को और एक बार वापस Switch के पास भेजा ज्याता है. Voltage को Control करने के लिए.

2. Forward Converter

ये भी एक Converter है जो की choke के जरिये Current को लेके ज्याता है चाहे Transistor अपना काम करता हो या नहीं. जब Transistor पूरा बंद हो ज्याता है तब ये काम Diode करता है. तो इसी वजह से Load के अंदर Energy ज्याता है वो दोनों off और on के वक्त होता है, लेकिन choke Energy को रखता है, ON Period के वक्त और कुछ Energy को वो Output Load के पास भेजता है.

3. Flyback Converter

इस Flyback Converter में, जब Switch on रहता है तब inductor का Magnetic Field Energy Store करता है. जब Switch on स्तिथि में होता है तो उर्जा निर्गम Voltage circuit में खाली होती है. Duty Cycle Output voltage को निर्धारित करता है. यही इसका काम है.

4. Self-Oscillating Flyback Converter

ये सबसे आसन और Basic Converter है जो की Flyback के उपर काम करता है. Conduction के वक्त  switching transistor, transfer से primary रूप से रैखिक रूप से एक Slope के हिसाब से बढ़ता है जो की Vin/Lp.होता है.

SMPS के प्रकार इस्तेमाल के हिसाब से

Power Supply के प्रकार उसके आकार और इस्तेमाल के उपर निर्भर करता है. उसके प्रकार है AT SMPS, ATx SMPS, Baby SMPS. लेकिन ज्यदातर AT और ATx ज्यादा इस्तेमाल होता है.

यहाँ पे AT SMPS का पूरा नाम है Advance Technology SMPS, और ATx SMPS का पूरा नाम है Advance Technology Extended SMPS.

SMPS के Connectors

1. 20+4 Pin ATX
ये एक MotherBoard Connector है, ये connector MotherBoard +12 Volt का charge देता है. ये Connector AT SMPS 20 और ATX SMPS 24 Pin इस्तेमाल करता है. 24 पिन का connector और 24 पिन Motherboard का इस्तेमाल होता है.

2. CPU4+4 पिन Connector
ये Connector CPU के लिए चाहिए जो 4 पिन का इस्तेमाल करता है जो सब 12v के होता हैं और एक connector है जिसका नाम है, SATA Power Connector.

3. SATA Power Connector
Computer में तो Hard Disk और DVD ROM होते हैं इनको ये Power Connector Power देता है. ये तो कुछ जानकारी थी SMPS के Power Connector के बारे में. ये 4 पिन Connector होता है.









1 First - input device 
2 second - processing device 
3 third - output device

1 input device 
Input Device एक ऐसी Electronic Device होती है जिसके द्वारा हम डिवाइस में डेटा enter कर सकते हैं। यह Computer का एक Part है. हम जिस किसी भी Device के द्वारा कंप्यूटर या personal कंप्यूटर में कुछ भी Input करते हैं, उसे Input device कहा जाता है. इसके कुछ उदहारण हैं Keyboard, Mouse, Scanner, microphone, Light Pen.

इनपुट डिवाइस कई प्रकार के होते है जो निम्न प्रकार है –

की-बोर्ड (Keyboard)
माउस (Mouse)
स्कैनर (Scanner)
जॉयस्टिक (Joystick)
लाइट पेन (Light pen)
स्कैनर (Scanner)
एम.आई.सी.आर. ( MICR)
ट्रैकबाल (Trackball)



1 Keyboard
इनपुट डिवाइस एक उपकरण है जो कंप्यूटर को इनपुट प्रदान करता है । की-बोर्ड सबसे अधिक प्रचलित इनपुट उपकरणों में से एक है जिसका प्रयोग कंप्यूटर में आंकड़े डालने और निर्देश देने के लिए किया जाता है । किसी भी कंप्यूटर सिस्टम के लिए एक keyboard सबसे मौलिक इनपुट डिवाइस है ।

 ... Keyboard का हिंदी में मतलब कुंजीपटल होता है ।

अंग्रेजी का शब्द Keyboard हिंदी भाषा में इसके देवनागरी स्वरूप 'कीबोर्ड' को ही सामान्य बोलचाल एवं लेखन में बहुतायत प्रयोग में लिया जाता हैं। कुछ एक जगहों में keyboard शब्द के हिंदी रूपांतरण के रूप में 'कुंजीपटल' शब्द का प्रयोग लेखन में किया जाता हैं। अतएव keyboard को हिंदी में 'कुंजीपटल' कहतें हैं।

कीबोर्ड में कितने Keys होते हैं?

आज से कुछ साल पहले तक Standard Keyboard में 84 बटन (Keys) हुआ करते थें लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ गयी है. आज के Standard Keyboard में बटन की संख्या 104 होती है और लैपटॉप के कीबोर्ड में बटन की संख्या 102 होती है.

Keyboard कितने प्रकार के होते हैं?

यूएसबी कीबोर्ड
मल्टीमीडिया कीबोर्ड
गेमिंग कीबोर्ड
तार रहित (वायरलेस)
एर्गोनॉमिक कीबोर्ड
वर्चुअल कीबोर्ड
मैकेनिकल (यांत्रिक)
QWERTY (क्वर्टी)



Mouse (माउस)
माउस का आविष्कार कौन किया था?

डग एंजेलबर्ट

रेने सोमर
माउस का दूसरा नाम क्या है?

माउस को “Pointer” के नाम से भी पुकारा जाता है.

माउस का क्या कार्य है?

माउस (Mouse)- माउस किसी भी कंप्यूटर सिस्टम के लिए मुख्य इनपुट डिवाइस है। यह एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) प्वाइंटिंग इनपुट डिवाइस है , जिसका प्रयोग कम्प्यूटर में pointer की मदद से, बड़ी ही आसानी से, इनपुट देने के लिए किया जाता है। Pointer का प्रयोग होने के कारण, इसे प्वाइंटिंग डिवाइस भी कहते हैं।


कंप्यूटर में माउस यूजर को Cursor के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक Movement कराने में Help करता है. कंप्यूटर में माउस के द्वारा स्क्रीन पर प्रत्येक टेक्स्ट को सलेक्ट करने के साथ साथ फाइल को एक स्थान से दूसरे स्थान Drag-And-Drop और स्क्रीन पर मौजूद आइटम्स पर क्लिक करने में साहयता करता है।

यह GUI (Graphic User Interface) में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली pointer input device है। इसका विकास 1980 के दशक के बाद किया गया था। इसका आकार माउस (चूहें) के समान होने के कारण इसे माउस कहा जाता है। इसमें कुल तीन बटन होते हे।
माउस कितने प्रकार के होते?

माउस के प्रकार में, मुख्य तौर पर इसे चार प्रकरो में देखा जा सकता है, जिसमें Mechanical mouse, Optical mouse, trackball mouse, stylish mouse इत्यादि आते हैं। इसके अलावा माउस के अन्य प्रकारों में wired mouse और wireless mouse भी आते हैं। सबसे पहले जिस माउस का इस्तेमाल किया जाता था, वह मैकेनिकल माउस ही होते थे।

माउस का फुल फॉर्म क्या होता है?

Mouse (माउस) ka full form: Manually operated user selection equipment. MOUSE का कोई आधिकारिक पूर्ण रूप नहीं है क्योंकि MOUSE एक संक्षिप्त नाम नहीं है। इसके बजाय MOUSE एक हार्डवेयर डिवाइस है जिसका उपयोग कंप्यूटर सिस्टम में किया जाता है।
माउस के कितने भाग होते हैं?

Explanation : माउस के कितने प्रकार होते हैं? - 5 (पांच) जैसे कि - मैकेनिकल , ट्रेकबॉल , ऑप्टिकल ,वायरलेस, टचपैड माउस, मैकेनिकल माउस के नीचे एक रबड़ का बॉल होता है, जो सभी दिशाओं (बाएं, दाएं, ऊपर और नीचे) में स्पिन कर सकता है। एक ट्रैकबॉल माउस एक पॉइंटिंग डिवाइस है। इस माउस में एक बॉल माउस के ऊपर होता हैं।
माउस में कितने बटन होते हैं?

आजकल Mouse बहुत ही नए प्रकार के एवं आधुनिक होते जा रहे है। आमतौर पर यह कम्प्यूटर के साथ cable wire के माध्यम से जुड़ा रहता है, जिसमे कुल 3 button होते है। कई नए प्रकार के mouse wireless एवं अलग अलग आकार एवं Design के आने लगे है।

ऑप्टिकल माउस का आविष्कार कब हुआ?

माउस का आविष्कार “डग्लस कार्ल एंजलवर्ट” के द्वारा किया गया था। इन्होंने माउस का आविष्कार सन 1960 में किया था परंतु इसका पेटेंट इनके द्वारा 17 नवंबर 1970 को करवाया गया।

वेब कैमरा कौन सा डिवाइस है?

वेब कैमरा – Web Camera

वेब कैमरा एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग इंटरनेट पर सीधे प्रसार वाले वीडियो प्रोग्रामों को प्रेषित करने के लिए होता है. इसके अलावा कम्प्यूटर पर दर्शने हेतु वीडियो रिकार्डिंग के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है.

मॉनिटर का फुल फॉर्म क्या होता है?

मॉनिटर क्या है यह जाने से पहले हम आपको यह बता दे कि मॉनिटर की फुल फॉर्म क्या होती है मॉनिटर की फुल फॉर्म यह है Mass on newton is train on rat. प्रिंटर के तरह मोनीटर भी कंप्यूटर की आउटपुट डिवाइस है जो केबिल के जरिए सीपी से कनेक्ट रहता है।



3 प्रोसेसिंग डिवाइस क्या है?

Correct Answer : निर्देशों को पालन (execution) करता है। इसमें सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कंप्यूटर के निर्देशों को पालन (execution) करता है। ... या आपके द्वारा दी गयी कमांड या डाटा को प्रोसेसर द्वारा सॉफ्टवेयर में उपलब्ध जानकारी और निर्देशों के अनुसार प्रोसेस कराया जाता है।


Output क्या है? (What is Output in Hindi)

जिसमें Out का मतलब बाहर तथा Put का मतलब रखना या डालना होता है। इसके अनुसार Output का मतलब बाहर रखना या डालना होगा। Output का हिंदी में निर्गम भी होता है। जिसका मतलब “निकलने या निकालने की क्रिया” होता है
Output Device क्या है, परिभाषा व उदाहरण
... तो कोई भी हार्डवेयर डिवाइस जो कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किये गए निर्देशों को रिसीव करता है, और उन्हें आउटसाइड वर्ल्ड के लिये डिस्प्ले करता है, उन्हें हम “Output Devices” कहते है। उदाहरण के लिये — मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर और प्लॉटर इत्यादि।

Output device क्या है और इसके प्रकार?

आउटपुट डिवाइस हार्डवेयर होते हैं जिनका उपयोग टेक्स्ट और ग्राफिक्स प्रदर्शित करने के लिए किया जा सकता है. आउटपुट डिवाइस में आमतौर पर एक स्क्रीन होती है, लेकिन वे प्रिंटर, प्रोजेक्टर या ऑडियो डिवाइस भी हो सकते हैं. ... EX- Monitor, Speaker, Printer, Projector, Plotter.



आउटपुट डिवाइस के प्रकार 
(Types of Output Device)

मॉनीटर (Monitor)
प्रिंटर (Printer)
प्लोटर (Plotter)
प्रोजेक्टर (Projector)
साउंड कार्ड (Sound Card)
इअर फोन (Ear phone)
मॉनिटर
स्पीकर
विजुअल डिस्प्ले 
टर्मिनलस्क्रीन 
इमेज प्रोजेक्टर


इनपुट आउटपुट डिवाइस क्या होती है?

मुख्य अंतर Input and Output Device में यह है कि, Input device का इस्तेमाल कंप्यूटर में डाटा भेजने के लिए किया जाता है, जबकि OUTPUT DEVICE का इस्तेमाल कंप्यूटर से डाटा लेने के लिए किया जाता है। वैसे देखा जाये तो दोनों का काम एक दूसरे के विपरीत होता है एक से डाटा भेजा जाता है वहीं दूसरे से डाटा लिया जाता है।

रैम क्या है?

RAM एक प्राइमरी मेमोरी होती है, जबकी हार्ड डिस्क एक सेकंडरी मेमोरी होती है। RAM कंप्यूटर मदर बोर्ड में लगे प्रोसेसर के पास ही लगी होती है, ताकी यह जल्दी से जल्दी डाटा को कंप्यूटर प्रोसेसर तक पहुंचने के सारे रास्तो को खोल सके । RAM का पूरा नाम Random Access Memory होता हैं, कंप्यूटर पर हम जो कार्य करते हैं।

रोम और रैम क्या है?

RAM एक Volatile Memory होता है अर्थात इसकी सारी डाटा Power Off होने के बाद गायब हो जाती है, जबकि ROM एक Non-Volatile Memory है जिसमे एक बार डाली गयी डाटा हमेशा के लिए सुरक्षित रहता है। RAM में हमेशा डाटा Read/Write होते रहता है जबकि ROM की डाटा को केवल Read किया जाता है इसमें हमेशा डाटा Write नहीं किया जाता है

प्रिंटर क्या है प्रिंटर के प्रकार?

प्रिंटर एक ऐसा उपकरण है जो कागज पर टेक्स्ट दस्तावेजों और छवियों को प्रिंट करता है। यह एक पेरिफेरल आउटपुट डिवाइस है। यह कंप्यूटर द्वारा संसाधित डेटा को प्रिंट करता है। प्रिंटर को मोटे तौर पर दो समूहों में वर्गीकृत किया जाता है, इम्पैक्ट प्रिंटर और नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर।

मोबाइल का फुल फॉर्म क्या होता है?

मोबाइल का फुल फॉर्म मॉडिफाइड ऑपरेशन बाइट इंटीग्रेशन लिमिटेड एनर्जी होती है।

Computer formatting 
Disk partition 
Remote Canection
Ip Configuration 
Advance ip Configuration 
Crimping 
Printer installation 
Disk Clianig
Default Boot Os Set
Os Maigrat
BitLocker

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